ब्रह्मचर्य नैतिकता का आधार है ।यह शाश्वत जीवन का आधार है । ब्रह्मचर्य वसंत ऋतु का पुष्प है , जिसकी पँखुड़ियोँ से अमरत्व टपकता है । यह आत्मा के लिए शान्तिमय जीवन का आधार है । यह ऋषियोँ , मुनियोँ तथा योग के साधकोँ का बहुअभिप्सित ,ब्रह्मनिष्ठोँ का सृद्दढ़ आश्रय है । यह आन्तरिक असुरोँ-काम , क्रोध , लोभ , आदि के विरुद्ध संग्राम करने के लिए रक्षा-कवच है । जो हमेँ नित्य , अविच्छिन्न अक्षय आनंद प्रदान करता है , वही तो ब्रह्मचर्य है ।
यंत्र विवरण : | |
---|---|
आई॰ पी॰ पता : | 18.118.166.98 |
ब्राउज़र छवि : | |
ऑपरेटिँग सिस्टम विवरण : | Mozilla/5.0 AppleWebKit/537.36 (KHTML, like Gecko; compatible; ClaudeBot/1.0; +claudebot@anthropic.com) |
आपका देश : | |
समय तथा तिथि : | 2024-05-02 13:59:25 |
फिडबैक | उपयोग की शर्तेँ |
© 2018 spiritual |