तीनोँ गुण रजगुण ब्रह्माजी , सतगुण विष्णुजी तथा तमगुण शिवजी हैँ । ब्रह्म ( काल ) तथा प्रकृति ( दुर्गा ) से उत्पन्न हुए हैँ तथा तीनोँ नाशवान हैँ"
प्रमाण के लिए देखे -
कबीर मैन्सुर , कबीर बीजक तथा अनुराग सागर
ये पुस्तकेँ आपको सोनपुर , इलाहावाद तथा काशी मेँ मिलेगा ।
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