भवानी दुर्गा महेश से कही कि
क्या आपको भी पिता की तलाश करना है तो मैँ अनुमति देती हुँ परंतु ब्रह्मा तथा विष्णु को पिता दर्शन नही दिये ।
महेश बोले हे जननी ! मेरे दोनोँ बड़े भाईयोँ को पिता के दर्शन नहीँ हुए फिर मुझे प्रयत्न करना व्यर्थ है ।
कृप्या आप मुझे ऐसा वर दो कि मैँ अमर ( मृत्युंजय ) हो जाऊँ । तब माता ने कहा कि यह मैँ नहीँ कर सकती । हाँ युक्ति बता सकती हुँ , जिससे तेरी आयु सबसे लम्बी बनी रहेगी । विधि योग समाधि है । इसलिए महादेव जी ज्यादा समय समाधि मेँ रहते है ।
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